ककोववीड -19 महहामहारवी कके प्रभहाव कके ससबसध मम महासग और बयहान

ककोरकोनहावहायरस और बगगैर सममुचचित व पयहार्याप्त व्यवस्थहा कके लहागगू चकए गए ललॉकडहाउन कहा असर मजदर वग गू र्या पर घहातक सहाचबत
हको रहहा हगै। ससरर्या चदलवी मम हवी एक लहाख मजदररों कको कहाम बसद हकोनके कके कहारण घर पर चबनहा पगहार बगैठनहा पड़ रहहा हगै। यहवी गू
नहह, रकेल व असतरहार्याज्यवीय बस जगैसके सहावर्याजचनक यहातहायहात कके सहाधनरों कके बन्द चकए जहानके ककी वजह सके बहहत सहारके मजदररों कको गू
सगैकड़रों चकलकोमवीटर पगैदल अपनके गहागाँव वहापस ललौटनहा पड़ रहहा हगै! यह ससकट मध्य प्रदकेश मम भवी उतनहा हवी गसभवीर हगै।

स्वहास्थ्य कमर्याचिहारवी इस ससकट मम सबसके अगलवी लहाइन मम खड़के ह। सरकहारवी तन्त्र ककी लहापरवहाहवी कके कहारण उनकके पहास पयहार्याप्त ह
समुरकहा सहाधन भवी नहह ह। इसकके अलहावहा ह , तमहाम तरह ककी ज़रूरवी सकेवहाएगाँ लकोगरों तक पहहगाँचिहानके वहालके मज़दर भवी लगहातहार खतरके गू
कहा सहामनहा कर रहके ह। ह

ममुचक्तिवहादवी एकतहा मकोचिहार्या उनकके सहाथ चमलकर कमद्र व मध्य प्रदकेश सरकहार सके इन असमुरचकत और बहहादर मजद मु ररों कके सलए गू
चवशकेष समुरकहा और दकेखभहाल ककी महासग करतहा हगै।

हमहारवी महागाँगम:

1. कसपचनयहास और सरकहार यह समुचनशशचित करके चक अनलौपचिहाररक ककेत्र कके मजदररों कको गू , चिहाहके उनककी कसपनवी उन्हम ‘मजदर’ कहा गू
दजहार्या दकेतके हरों यहा नहह, महाससक 7000 रुपए कहा कहामबसदवी ममुआवजहा चमलके।

2. उच्चि गमुणवतहा वहालके समुरकहा चगयर - ममुखलौटहा, दस्तहानके आचद - सभवी चडलवीवरवी कचमर्यायरों, सरहाई कचमर्यायरों और सभवी आवशयक
सकेवहाओस मम कहायर्यारत मजदररों कको ममुहगैयहा करहायहा जहाए। गू

3. इस महहामहारवी कके दलौरहान - और आगके भवी - सरहाई और चडलवीवरवी कचमर्यायरों जगैसके मजदररों कको चनयचमत मजद गू र कहा दजहार्या चमलके गू
और उनककी पगहार, चडलकेवरवी रकेट्स और बगूस्ट रकेट्स बढ़हाएस जहाएगाँ तहाचक उन्हम अपनके घर कको चिलहानके कके सलए 12 घसटके कहाम नहा
करनहा पड़के।

4. अचनयचमत रकोज़गहार वहालके यहा बकेरकोज़गहार मज़दररों कको भवी न्य गू गूनतम महाससक भतहा चदयहा जहाए।

5. सभवी मज़दररों कके पररवहाररों और उन पर आसश्रित व्यचक्तियरों कको ममुफ्त रहाशन गू , ईधनस , दवहाएगाँ व दकेखरकेख तत्कहाल ममुहगैयहा करहायहा
जहाए।

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